जानेंगे एकनाथ शिंदे के बारे में। जिन्होंने ऑटो रिक्शा ड्राइवर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को कैसे तय किया। एक सम य था जब राजनीति छोड़ने का भी निर्णय कर लिया था आखिर क्या वजह थी यह भी जानेंगे? जिन्होंने शिवसेना पार्टी से बगावत करके शिवसेना ही अपने नाम कर ली। आखिर क्या वजह थी कि एकनाथ शिंदे ने शिव सेना के बहुत से विधायकों को लेकर बगावत की। जानने के लिए आर्टिकल पूरा जरूर पढ़े। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र चुनाव 2024
एकनाथ शिंदे जिन्हे राजनीति विरासत में नहीं मिली, जिन्होंने राजनीति में खुद के दम से कदम रखा। उन्हें ठाणे का ठाकरे कहा जाता हैं। जिन्होंने अपना घर चलाने के लिए पहले बीयर के दुकान में काम किया। तो कभी ठाणे के सड़कों पर ऑटो रिक्शा भी चलाया। फिर 1980 में शिवसेना में कदम रखा। उनके गुरु शिवसेना के कद्दावर नेता आनंद दीघे जी थे। आनंद दीघे जी की ठाणे जिले के 18 विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ थी। आनंद दिघे की मदत से ही एकनाथ शिंदे को 1997 में ठाणे म्युसिपल कॉर्पोरेशन चुनाव जीते। फिर साल 2000 में शिंदे के दो छोटे बच्चो की डूबने से मौत हो गई। तब शिंदे सदमे में चले गए थे। उस समय आनंद दीघे ने ही उनको इस सदमे से बाहर निकाल लाए। फिर एक साल बाद उन्हें और एक धक्का लगा जब उनके गुरु आनंद दीघे की कार दुर्घटना में मौत हो गई। तब ठाणे जिले का 18 विधानसभा सीट ढीला हो गया। उसे फिर मजबूत बनाने का काम एकनाथ शिंदे ने किया। साल 2004 में ठाणे के कोपरी पंचखाड़ी सीट से शिंदे पहली बार विधायक बने। तब से लगातार 4 बार उसी सीट से विधायक है। एकनाथ शिंदे जिन्होंने खुद के दम पर जीरो से शुरुआत करके विधायक बनने तक का सफर तय किया।
एकनाथ शिंदे, अजीत पवार, देवेंद्र फडणवीस
वे यही तक नहीं रुके साल 2019 में शिवसेना और बीजेपी ने एक साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा फिर किसी कारण उद्धव ठाकरे ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाया और खुद मुख्यमंत्री बन गए। करीब 2 सालों के बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 41 विधायकों के साथ गुजरात चले गए। फिर वह से असम चले गए, और बगावत कर ली। फिर उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तब एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। और एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया। एकनाथ शिंदे यही नहीं रुकते है। उन्होंने शिवसेना पर दावा थोक दिया और सुप्रीम कोर्ट ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना को ही असली शिवसेना बताते हुए नाम और चिन्ह दोनों एकनाथ शिंदे को मिल गया।
Maharashtra Election 2024
आज एकनाथ शिंदे शिवसेना के मुखिया है, और महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री भी। उनके पास फ़िलहाल 41 विधायक हैं। और शिवसेना उद्धव के पास महज 15 विधायक बचते है। इसके बाद एनसीपी में शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने एनसीपी से बगावत करके 38 विधायक के समर्थन से एनसीपी पार्टी का नाम और चिन्ह दोनों हासिल कर लिया। और अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। अब बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी की गठबंधन जिसे महायुति के नाम से बोलते हैं। वो आज महाराष्ट्र के सत्ता में हैं। और 2 महीने के बाद राज्य में विधानसभा का चुनाव होना है।
इस बार चुनाव में आमने सामने होंगे बीजेपी, शिवसेना (शिंदे), एनसीपी (अजीत पवार) महायुति गठबंधन और शिवसेना (उद्धव), एनसीपी (शरद पवार), कांग्रेस महा विकास आघाडी गठबंधन। एग्जिट पोल की मने तो किसी की भी सरकार बन सकती हैं। लेकिन मेरा मानना है कि इस बार फिर महायुति की सरकार बनने जा रही है। महायुति को 200+ सीटें मिलने का अनुमान है। और महा विकास आघाडी को 80 के आस पास सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी लगभग 135 सीट पर चुनाव लड़ सकती है। शिवसेना (शिंदे) 80 सीटों पर तो एनसीपी (अजित पवार) 60 सीटों पर चुनाव लड़ सकतीं है।
यह देखना बहुत जरुरी है कौन जीतेगा। इस चुनाव से जुडी कोई भी खबर आपको सबसे पहले हमारी साइट पर मिल जाएगी। देश विदेश की खबरों को जानने के लिए हमारी साइट पर https://infowebzine.con/ विजिट करें। बहुत बहुत धन्यवाद! https://shivsenacentraloffice.com/